Monday, December 14, 2009
१)  हरीरा पाउडर-(कोलाइटिस की दवा ) पके बेल ,ईसबगोल की भूसी और सौंठ के योग से बनी यह दिव्य औषधि कोलाइटिस के पुराने से पुराने रोग को समूल नष्ट करती हैं !बार-बार दस्त आना,आँव आना,मरोड़,पतले झागदार दस्त,कीचड़ जैसे दस्त की समस्या को दूर करने हेतु रामबाण औषधि हैं !
२) उदर शोधक चूर्ण- (पेट तथा आँतो को साफ करने की दवा ) यह हानि रहित,आदत न डालने वाली अद्वितीय कल्याणकारी प्रद औषधि हैं !जो हर घर परिवार के लिए आवश्यक हैं !यह चूर्ण पुराने से पुराने कष्टकारी कब्ज,आँतो में फसे हुए मल को बाहर लाने,गैस,आँव,एसिडिटी बवासीर के रोगी को तुरन्त लाभ देकर ताजगी,स्फूर्ति प्रदान करके रोग मुक्त प्रदान करने का एक मात्र प्राकृतिक औषधि हैं ! 
३) अर्जुनत्वक चूर्ण- (हृदय रोगियों के लिए )हृदय रोगियों के लिए ,उच्चरक्तचाप,घबराहट,हृदय की कमजोरी,साँसफूलना व दिल की धड़कन का तेज होना आदि रोगों के निदान में हजारो बर्षो से सुप्रसिध्द गुणकारी व श्रेष्ठ औषधि हैं !
४) अमृत पेय-  प्रकृति की गोद में स्वास्थ्य के लिय सर्दी,जुकाम,खाँसी,लगातार छीके आना,कफ की सिकायत होना,मानसिक तनाव,भारीपन,चिडचिडापन,गुस्सा, जल्दी-जल्दी बुखार आना, कमजोरी लगना किसी काम में मन न लगना,दिन में भी सोने की इच्छा होना,शरीर में अकडन, दर्द,आलसपन,तुरन्त नष्ट करने वाली हैं !शरीर को स्वस्थ सबल निरोगी रखने के लिय अनोखी क्षमता इस पेय में हैं!   

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